प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान : मातृ मृत्यु दर में कमी लाने की कोशिश

मुख्य बातें

  • प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर गर्भवती की हुई जांच
  • इस बार पोषण व परिवार नियोजन पर भी रहा जोर
  • मिशन शक्ति से जोड़ा गया प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान

झाँसी : मातृ मृत्यु दर में कमी लाने और गर्भवती को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से जनपद की सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर सोमवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएसए) दिवस मनाया गया।

इसके तहत गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच, उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था (हाई रिस्क प्रेगनेंसी) की पहचान, पोषण, परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के चयन के बारे में काउंसलिंग की गई।

इसके साथ ही कोविड-19 से बचाव के लिये जारी किए गए प्रोटोकॉल का भी पालन किया गया। महिला स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुये अब प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को मिशन शक्ति से जोड़ दिया गया है।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ एन के जैन ने बताया कि मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

अब प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के जरिए परिवार नियोजन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए इस बार से अलग से परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत स्टॉल लगाए गए थे, जहां गर्भवती महिलाओं को जांच के साथ परिवार नियोजन के महत्व के बारें में बताया गया।

वह बताते है कि इस दिवस का उद्देश्य है कि उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों की लाइन लिस्टिंग एवं ट्रैकिंग करना है, अब से यह इसलिए भी आवश्यक होगा, कि इन गर्भवती महिलाओं को प्रसव उपरांत परिवार नियोजन की सेवा प्रदान की जाये।

दिवस पर गर्भवती के साथ आने वाले तीमारदारों को बास्केट आफ च्वाइस के प्रति जागरूक किया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जी के निगम ने बताया कि हर माह की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती के लिये जांच शिविर लगाया जाते हैं।

सोमवार को सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर गर्भवती की जाँच हुईं। उन्हें आयरन, कैल्शियम की गोलियों सहित आवश्यक दवाएं भी दी गईं। इसके साथ ही गर्भवती को कोविड-19 से बचाव के बारे में भी जानकारी दी गई।

जिला महिला अस्पताल में आयोजित दिवस पर 42 महिलाओं की जांच हुयी जिसमें से 3 महिलाओं में उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था चिन्हित की गयी।

8 माह से गर्भवती रजनी बताती है कि यह उनका पहला बच्चा है और वह हर माह जांच के लिए आती है, एएनएम द्वारा उन्हें आयरन समय समय पर आयरन की गोलियां मिलती है, जिनको वह ले रही हैं।

पीएमएसएमए पर गर्भवती को मिलती हैं यह सुविधाएं

  • • समस्त गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच जैसे हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरिन जांच, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफलिस, वजन, ब्लड प्रेशर, अल्ट्रासाउंड सहित अन्य जांचे की जाती हैं।
  • समस्त गर्भवती के गर्भ का द्वितीय एवं तृतीय त्रैमास में कम से कम एक बार स्त्री रोग विशेषज्ञ अथवा एलोपैथिक चिकित्सक की देख-रेख में निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है।
  • टिटनेस का टीका, आयरन व कैल्शियम सहित अन्य आवश्यक दवाएं दी जाती हैं।
  • हाई रिस्क प्रेगनेंसी की पहचान, प्रबंधन एवं सुरक्षित संस्थागत प्रसव हेतु प्रेरित किया जाता है।
    • पोषण,परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के लिये काउंसलिंग भी की जाती है।

About Post Author